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तुम शायद सबकुछ भूल गये..........
*तुम शायद सबकुछ भूल गए जब बात हमारी होती थी.........२* वो चाँद कभी होले - होले आग़ोश में यूँ आ जाता था मैं उसका चेहरा पढ़ता था मैं उसका सर सहल...
![](https://lh3.googleusercontent.com/-HRHbZl_RKpo/YxtKJKkB1II/AAAAAAAAEu0/car8B51qMN0ZlT8WvmoVZVfzj3va1W1nwCNcBGAsYHQ/s1600/1662732823556761-0.png)
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*तुम शायद सबकुछ भूल गए जब बात हमारी होती थी.........२* वो चाँद कभी होले - होले आग़ोश में यूँ आ जाता था मैं उसका चेहरा पढ़ता था मैं उसका सर सहल...
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VT पर ठीक 5 बजे मैं मिलूँगी......अंकित ने हँसी को छिपाने के लिए इधर उधर देखने लगा...मैंने जो कहा सुना तुमने...??? हल्की सी हँसी के साथ अंकि...
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