Saturday 21 July 2018

Ghazal

शराब को  पानी  लिख रहे हैं,
ऐसी एक कहानी लिख रहे हैं ।

तुम  तो   हो  रेत  जैसी  मग़र,
दरिया की रवानी लिख रहे हैं।
   
किस्से  कम  नही हैं  आज  भी
बात लेकिन पुरानी लिख रहे हैं ।

जो हकीकत है उसको  छोड़कर,
ख़बर सब मनमानी लिख रहे हैं।

Frank Hasrat

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