Friday, 20 July 2018

एक शब्द

एक शब्द..!

हा वही शब्द जो हम तुमसे खफ़ा होकर ,
सुनना चाहते हैं,
जो हम ख़्वाब में
तेरे आने से लेकर तेरे जाने तक
के दरमियान सुनना चाहते हैं।
वो एक शब्द जो हमरी ,
बेरुखी को मोब्बत की बागों
में ले जाकर सावन के झूले
झूलाती है बस वही शब्द
बस वही शब्द में फिर
तेरे खुश्क होटों पर लाना चाहता हूं।
अश्क के समंदर में लहरों के मानिंद तेरे ,
वो चन्द शब्द मेरे दिल पर चोट करते हैं
बस उसी ज़ख्म का मरहम चाहता हूं।
बस वही शब्द तेरे ज़ुबान से सुनना चाहता हूं।

#फ्रैंक हसरत

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