Wednesday 19 May 2021

हर एक कोहराम पर खुश हो रहे हैं.....#Frankhasrat

तेरे  अहकाम  पर  खुश  हो  रहे हैं
सभी  आलाम  पर  खुश  हो रहे हैं

मोहब्बत आज भी ज़िंदा है दिल में
हाँ  तुम्हारे  नाम पर खुश हो  रहे हैं

ख़ुदा  के  नाम  को  बदनाम करके
उसी  इक़दाम  पर  खुश हो  रहे  हैं

हक़ीक़त से जो वाकिफ़ ही नहीं हैं
झूठे  इनआम  पर  खुश  हो  रहे हैं

किया था तूमने जो मिलने का वादा
अभी तक पैग़ाम  पर खुश हो रहे हैं

अभी  हैं   इश्क़  के  बाज़ार  में  हम
अभी  नीलाम  पर  खुश  हो  रहे  हैं

नशा  ऐसा  है  आँखों  का  नशा कि
सभी  इस  जाम  पर  खुश हो रहे हैं

बहार  ए  सुब्ह  से  हैं ग़ाफ़िल परिंदे
जो  ढ़लती  शाम  पर खुश हो रहे हैं

सफ़र  ये ख़त्म हो जाएगा एक दिन
उसी  फ़र्जाम  पर   खुश  हो  रहे  हैं

ख़ामोशी  चीख़ती   है इस क़दर कि
हर एक  कोहराम पर खुश हो रहे हैं

अग र चे नाकाम ही  होना है 'हसरत
मगर हर एक गाम पर खुश हो रहे हैं

#frankhasrat 
17/05/21

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