नन्हे से हाथों में एक जान है बन्धन,
बहनों के रछा का सुल्तान है बन्धन।
भाई का सर पर रहे हाथ हमेशा,
बहनों का इतना सा अरमान है बन्धन।
हर धर्म मे होती है इस दिन की आरजू,
न सिख न हिन्दू न मुसलमान है बन्धन।
नन्ही सी रेशम के ये डोर ही तो है,
सुरक्षा के लिए लेकिन पहलवान है बन्धन,
जो इस के वसूलों की कद्र न करें,
ये उनके स्वभिमान का अपमान है बन्धन।
होती है सभी के दिल मे इसकी #हसरत
रिश्तों को करे ताजा जो ,ईमान है बन्धन।
हसरत नौदरी
Rchha Bandhan की हार्दिक सुभकामनाये।
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