भोली भाली थी मतवाली
अपने धुन में रहती थी,
बात बात में बात करे वो
क्या सुनती क्या कहती थी।
वो अपने धुन में रहती थी......
जब आती तो डरी सी रहती
जाती तो मुस्काती वो।
देर से आकर जल्दी जाना बहाने
खूब बनाती वो .....
अच्छी थी सब बातें उनकी
झूठ भले ही कहती थी।
वो अपने धुन में रहती थी........😊
आँखे उसकी हिरन जैसी
बाल थे रेशम के धागे
कभी वो आकर खुद लिपट गयी,
कभी बुलाये तो भागे ।
ऐसे में बहोत रुलाती थी।
वो अपने धुन में रहती थी ।
#frank
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